Guard and sentry duty
उदेश:-
गार्ड और संत्री ड्यूटी के बारे में बयान देना है.
- बयान
लड़ाई में या दूसरी जगह पर जवानो को हमेशा संत्री का काम करना पड़ता है तो अगर संत्री होशियर से काम ना ले तो अपने साथियों की जान जोखिम में डाल सकता इस वजह से गार्ड और संत्री ड्यूटी में जवान इतना माहिर होना चाहिए की अपनी अच्छी तरह हिफाजत कर शके। इसलिए कोई भी यूनिट उस की गार्ड पर निर्भर होती है।
- परिभाषा:-
- गार्ड
- संत्री
- संत्री बीट
- संत्रि पोस्ट
- अलार्म पोस्ट
- स्टेंन्ड टू
- बड़ा राउन्ड
- छोटा राउन्ड
- रिवाली बनाना
- स्टेंन्ड डाउन
- वैकल्पीक पोस्ट
- संत्री बॉक्स
- लाइन बनाना
- रीट- रिट
- स्टेंन्ड टू फस्ट पोस्ट
- स्टेंन्ड टू लास्ट पोस्ट
- गार्ड बदली समय
- गार्ड कमान्डर बदली
- गार्ड के प्रकार:-
- सेरेमोनियल [इज्जती गार्ड]
यह समान देनेवाली गार्ड है जो लाइनबन होती है और होदा के मुताबिक सन्मान देती है।
- टेकटीकल [हिफाजती गार्ड]
यह गार्ड बॉर्डर या किसी खतरनाक जगह में लगाईं जाती है और हर वकत स्टेंन्ड टू होती है। हिफाजती गार्ड हमेशा होशियार रहेती है और फिल्ड के मैदान में होती है।
गार्ड माउंटीग करना:-
- लाइन में
- कोमल फासला ( ५ से ८ कदम )
- संत्री:-
उस जवान को कहेते है जो दो घंटे के लिए किसी भी चीज की हिफाजत के लिए मुकरर किया जाता है।
- गार्ड :-
किसी भी चीज की हिफाजत के लिए फोज की छोटी टोली को मुकरर करते है गार्ड २४ घटे के लिए लगई जाती है।
- संत्री बीट:-
उस जगह को कहते है जहा पर संत्री दाहिने –बाए टहलता है।
- संत्रि पोस्ट:-
जहा संत्री खड़ा रहेता है या आराम करता है
- अलार्म पोस्ट
उस जगह है वहां गार्ड लाइनबन होती है ( यह पोस्ट या मोरचा जो क्वार्टर गार्ड की सुरक्षा के लिए चो तरफ़ा बनाया जाये।
- स्टेंन्ड टू
दुशमन का खतरा होने पर गार्ड मोर्चे में जाती है उस कार्यवाही को स्टेंन्ड टू कहते है।
- बड़ा राउन्ड
SP से लेकर उपारी ऑफिसर को बड़ा राउंड कहेता है।
- छोटा राउन्ड
DO से DYSP तक छोटा राउंड है।
- रिवाली:-
यह एक ब्युगलर कोल है जो सूर्यास्त से पहले बजाया जाता है उस पर यूनिट के फ्लेग को चढ़ाया जाता है।
- रिट रिट:-
यह एक ब्युगलर कोल है जो सूयोदय होने पर बजाया जाता है उस पर यूनिट के फ्लेग को उतारा जाता है।
संत्री ड्यूटी
- संत्री को ड्यूटी के दोरान चुस्त और चालाकी से रहते हुए अपनी बीट पर टहलना चाहिए।
- संत्री पास चार्ज में जो भी सामान है वो गार्ड कमांडर की परमिशन बिना किसी को देना नहीं चाहिए।
- दर्ज्जे के मुताबिक उपरी ऑफिसर को सनमान देना चाहिए।
- संत्री को नशा नहीं करना चाहिए और नशेवाली चीज अपने पास नहीं रखनी चाहिए।
- पोच का बटन खुला होना चाहिए।
- एक घंटे में पांच मिनिट से ज्यादा आराम नहीं करना चाहिए।
- नये संत्री को चार्ज गिनकर देना चाहिए।
गार्ड कमांडर की ड्यूटी
- गार्ड कमांडर को चार्ज रजिस्टर के मुताबिक चार्ज लेना और देना चाहिए।
- हर दो घंटे के बाद संत्री को बदली करना चाहिए।
- संत्री को बदलते समय चेक करना चाहिए के उसके पास कोई नशेवाली चीज तो नहीं है।
- गार्ड का कोई जवान बीमार हो तो ऑफिसर को बता देना।
- गार्ड कमांडर को रात के वक्त संत्री को अकस्मात चेक करना चाहिए।